क्या आप ऑप्शन चेन को देखकर कन्फ्यूज़ हो जाते हैं?
🤔 “CALL OI ज्यादा है या PUT OI?”
🤔 “क्या मार्केट ऊपर जाएगा या नीचे?”
🤔 “मुझे किस स्ट्राइक प्राइस पर ट्रेड करना चाहिए?”
अगर हां, तो यह गाइड स्टोरीटेलिंग फॉर्मेट में समझिए – एक बार समझ गए, तो ऑप्शन चेन से ट्रेड करना आसान हो जाएगा! 🚀
राहुल एक इंट्राडे और ऑप्शन ट्रेडर था, लेकिन उसके ट्रेड्स में गड़बड़ी हो रही थी।
कभी मुनाफा होता, तो कभी भारी नुकसान!
उसने सोचा – “मैंने चार्ट्स देखे, RSI-MACD भी देखा, लेकिन फिर भी क्यों फंस रहा हूं?”
वह अपने मेंटर विवेक के पास गया।
विवेक ने पूछा – “तुम ऑप्शन चेन एनालिसिस करते हो?”
राहुल बोला – “नहीं, वो तो बहुत मुश्किल लगता है!”
विवेक ने मुस्कुराकर कहा – “अगर तुम ऑप्शन चेन पढ़ना सीख गए, तो बाजार तुम्हें खुद बताएगा कि वह कहां जाने वाला है!”
अब राहुल ध्यान से सुनने लगा। चलिए, आप भी सीखिए! 🚀
👉 ऑप्शन चेन एक टेबल होती है, जिसमें CALL और PUT ऑप्शन का डेटा दिखता है।
👉 इसमें हमें OI (Open Interest), Volume, IV (Implied Volatility), और प्रीमियम की जानकारी मिलती है।
👉 अगर सही तरीके से इसे एनालाइज करें, तो हम समझ सकते हैं कि मार्केट में कौनसा लेवल Strong Support/Resistance बनेगा!
अगर NIFTY अभी 19650 पर ट्रेड कर रहा है, तो ऑप्शन चेन हमें बताएगी –
✔ CALL OI ज़्यादा है? → मार्केट ऊपर जाने में दिक्कत होगी
✔ PUT OI ज़्यादा है? → मार्केट नीचे गिरने में दिक्कत होगी
अब इसे डीटेल में समझते हैं! 👇
🔹 CALL OI ज्यादा → Strong Resistance (ऊपर जाना मुश्किल)
🔹 PUT OI ज्यादा → Strong Support (नीचे गिरना मुश्किल)
📌 Example:
NIFTY 19650 पर है –
✅ 19500 PE पर बहुत ज्यादा OI → 19500 पर STRONG SUPPORT
✅ 19800 CE पर बहुत ज्यादा OI → 19800 पर STRONG RESISTANCE
👉 “मतलब, मार्केट 19500 से नीचे गिरना मुश्किल है और 19800 से ऊपर जाना मुश्किल है!”
📊 प्रैक्टिकल यूज़:
अगर आप देखते हैं कि PUT OI अचानक बढ़ रहा है, तो समझिए कि बड़े प्लेयर्स बाजार को ऊपर ले जाने की तैयारी कर रहे हैं!
👉 OI सिर्फ देखना काफी नहीं, बल्कि यह देखना जरूरी है कि OI में बदलाव कहां हो रहा है!
👉 अगर किसी स्ट्राइक प्राइस पर OI अचानक बढ़ता है, तो वहां बड़े ट्रेडर्स की एक्टिविटी हो रही है।
📌 Example:
NIFTY 19650 पर है –
✔ 19600 PE पर OI तेजी से बढ़ रहा है!
✔ इसका मतलब – 19600 पर बड़ी सपोर्ट बनने वाली है!
👉 “OI बढ़ने पर ही हमें CONFIRMATION मिलता है कि ट्रेडर्स कहां पोजिशन बना रहे हैं!”
📊 PCR = Put OI ÷ Call OI
👉 PCR 1 से ज्यादा → मार्केट बुलिश
👉 PCR 1 से कम → मार्केट बेयरिश
📌 Example:
✔ अगर PCR 1.3 है, तो इसका मतलब बाजार ऊपर जाने की संभावना ज्यादा है।
✔ अगर PCR 0.8 है, तो इसका मतलब बाजार नीचे गिर सकता है।
🚀 PRO TIP:
PCR बहुत ज्यादा हो जाए (1.8+), तो ओवरबॉट हो सकता है!
PCR बहुत कम हो जाए (0.5-), तो ओवरसोल्ड हो सकता है!
👉 अगर IV ज्यादा है → मार्केट बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव वाला रहेगा!
👉 अगर IV कम है → मार्केट स्टेबल रहेगा!
📌 Example:
✔ अगर कोई स्ट्राइक प्राइस OI के साथ-साथ IV भी बढ़ा रहा है, तो समझिए वहां बड़ी चाल आने वाली है!
👉 अगर ऑप्शन बहुत महंगा हो गया है, तो शायद वह ओवरप्राइस्ड है!
👉 अगर ऑप्शन बहुत सस्ता लग रहा है, तो शायद उसमें मूवमेंट की संभावना कम है।
🚀 PRO TIP:
ATM ऑप्शन का प्रीमियम सबसे ज्यादा मूवमेंट देता है!
अब राहुल ने पूछा – “ये सब तो समझ आया, लेकिन इसका यूज़ कैसे करें?”
विवेक ने उसे 3 GOLDEN STRATEGY बताईं –
👉 जिस स्ट्राइक प्राइस पर सबसे ज्यादा PUT OI है → वह SUPPORT होगा
👉 जिस स्ट्राइक प्राइस पर सबसे ज्यादा CALL OI है → वह RESISTANCE होगा
📌 Example:
NIFTY 19650 पर है –
✔ 19500 PE OI बहुत ज्यादा → 19500 सपोर्ट
✔ 19800 CE OI बहुत ज्यादा → 19800 रेसिस्टेंस
📢 “मतलब, जब तक ये लेवल नहीं टूटते, मार्केट इसी रेंज में रहेगा!”
👉 जहां CHANGE IN OI सबसे ज्यादा हो रहा है, वहां स्मार्ट मनी एक्टिव है!
👉 अगर कोई बड़ा ट्रेडर किसी स्ट्राइक पर पोजीशन बना रहा है, तो वहां MOVEMENT आ सकता है।
📌 Example:
✔ अगर 19700 CE पर अचानक OI बढ़ता है, तो शायद बाजार 19700 को पार करने वाला है!
✔ अगर PCR बहुत ज्यादा है (1.5+), तो बाजार ओवरबॉट हो सकता है!
✔ अगर IV अचानक बढ़ रहा है, तो मार्केट में बड़ी मूवमेंट आने वाली है!
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यह वीडियो केवल शैक्षिक उद्देश्य से बनाया गया है। हम SEBI रजिस्टर्ड एनालिस्ट नहीं हैं। किसी भी ट्रेडिंग या निवेश निर्णय लेने से पहले, कृपया अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें। मार्केट में निवेश जोखिम के अधीन है।