शायद आप ऑप्शन ट्रेडिंग कर रहे हों, लेकिन ऑप्शन चेन को सही से पढ़ना और उसका विश्लेषण करना आपके ट्रेडिंग गेम को एक नए लेवल पर ले जा सकता है! आज हम इसे एक मज़ेदार कहानी के रूप में समझेंगे, ताकि आप इसे कभी न भूलें।
अमित एक नया ट्रेडर था, जो ऑप्शन ट्रेडिंग में पैसे कमाना चाहता था। उसने यूट्यूब पर कई वीडियो देखे, कई लोगों के सुझाव सुने, लेकिन जब भी उसने “ऑप्शन चेन” देखी, तो उसे सिर्फ ढेर सारे नंबर और कॉल-पुट के डेटा दिखाई देते। वो समझ ही नहीं पा रहा था कि इसमें से उसे क्या देखना चाहिए! 😵
एक दिन, उसने एक प्रोफेशनल ट्रेडर से मुलाकात की—रवि। रवि ने अमित से पूछा—
🧐 “क्या तुम जानते हो कि ऑप्शन चेन मार्केट का असली सीक्रेट बताती है?”
अमित चौंक गया, उसने कहा—”नहीं, मुझे सिर्फ इतना पता है कि कॉल और पुट होते हैं, और कुछ नंबर लिखे होते हैं।”
रवि मुस्कुराया और बोला— “चलो, आज मैं तुम्हें इसे डिकोड करना सिखाता हूं!”
रवि ने अमित को बताया—
✅ Call Option (CE): अगर मार्केट ऊपर जाने वाला है, तो कॉल ऑप्शन में ज्यादा एक्टिविटी दिखेगी।
✅ Put Option (PE): अगर मार्केट नीचे गिरने वाला है, तो पुट ऑप्शन में ज्यादा ओपन इंटरेस्ट (OI) बढ़ेगा।
अमित ने पूछा—”ओपन इंटरेस्ट क्या होता है?”
रवि ने समझाया—
👉 ओपन इंटरेस्ट (OI) का मतलब है कि कितने नए कॉन्ट्रैक्ट्स बने हैं। अगर किसी स्ट्राइक प्राइस पर OI बहुत ज्यादा है, तो इसका मतलब है कि वहां पर बड़ा सपोर्ट या रेसिस्टेंस बन सकता है।
रवि ने स्क्रीन पर ऑप्शन चेन खोली और अमित से कहा—
🧐 “अगर सबसे ज्यादा पुट ओपन इंटरेस्ट 19500 के लेवल पर दिख रहा है, तो इसका मतलब है कि ये एक स्ट्रॉन्ग सपोर्ट है!”
🧐 “अगर सबसे ज्यादा कॉल ओपन इंटरेस्ट 19800 के लेवल पर दिख रहा है, तो ये एक स्ट्रॉन्ग रेजिस्टेंस बन सकता है!”
🚀 सिंपल भाषा में:
👉 जहां सबसे ज्यादा PUT OI हो, वहां मार्केट को सपोर्ट मिलेगा।
👉 जहां सबसे ज्यादा CALL OI हो, वहां मार्केट को रुकावट (रेसिस्टेंस) मिलेगी।
अब अमित समझने लगा था कि ये डेटा कितना ज़रूरी है!
अब अमित ने पूछा—”लेकिन मुझे कैसे पता चलेगा कि मार्केट किस तरफ जाने वाला है?”
रवि ने बताया—
📌 अगर किसी लेवल पर PUT WRITERS (बेचने वाले) ज्यादा एक्टिव हैं, तो मार्केट वहां से ऊपर जा सकता है।
📌 अगर किसी लेवल पर CALL WRITERS (बेचने वाले) ज्यादा हैं, तो मार्केट वहां से नीचे आ सकता है।
📌 अगर CALL और PUT दोनों ही बराबर हो रहे हैं, तो समझो मार्केट कंफ्यूजन में है और रेंज में रहेगा।
📊 LIVE MARKET EXAMPLE:
अगर ऑप्शन चेन दिखा रही है कि 20000 के लेवल पर बहुत ज्यादा कॉल राइटिंग हो रही है, तो इसका मतलब है कि मार्केट के लिए 20000 पार करना मुश्किल होगा। वहीं अगर 19500 पर ज्यादा पुट राइटिंग हो रही है, तो वहां से मार्केट को सपोर्ट मिल सकता है।
✅ 1. PCR (Put Call Ratio) देखें
👉 अगर PCR 1 से ज्यादा है, तो मार्केट बुलिश (उपर की तरफ) हो सकता है।
👉 अगर PCR 1 से कम है, तो मार्केट बियरिश (नीचे गिरने वाला) हो सकता है।
✅ 2. बड़े प्लेयर्स क्या कर रहे हैं?
👉 अगर किसी स्ट्राइक प्राइस पर अचानक बहुत ज़्यादा OI बढ़ जाए, तो वहां कुछ बड़ा होने वाला है!
👉 अगर प्रीमियम बहुत तेज़ी से गिर रहा है, तो शायद ऑप्शन बेचने वाले हावी हैं।
✅ 3. IV (Implied Volatility) को समझें
👉 अगर IV बहुत हाई है, तो ऑप्शन महंगे हो सकते हैं और मार्केट में तेज़ मूवमेंट संभव है।
👉 अगर IV कम है, तो ऑप्शन सस्ते हैं और मूवमेंट कम हो सकती है।
अब अमित समझ गया था कि सिर्फ चार्ट देखकर ट्रेडिंग करना ही काफी नहीं है—बल्कि ऑप्शन चेन के ज़रिए उसे सपोर्ट-रेसिस्टेंस, ट्रेंड और मार्केट मूवमेंट का भी अंदाजा हो सकता है!
अब जब भी वो ट्रेड करता, पहले ऑप्शन चेन देखता, मार्केट सेंटिमेंट को समझता और फिर ट्रेडिंग करता। धीरे-धीरे उसकी ट्रेडिंग बेहतर होने लगी और वो पहले से ज्यादा प्रोफिट कमाने लगा।
अब आप भी वही कर सकते हैं! 🚀
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यह वीडियो केवल शैक्षिक उद्देश्य से बनाया गया है। हम SEBI रजिस्टर्ड एनालिस्ट नहीं हैं। किसी भी ट्रेडिंग या निवेश निर्णय लेने से पहले, कृपया अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें। मार्केट में निवेश जोखिम के अधीन है।