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Course: Stock Market Psychology ( Hindi)
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ऑप्शन चेन एनालिसिस क्या होता है? – एक गहरी समझ!

🚀 “अगर ऑप्शन ट्रेडिंग एक खेल है, तो ऑप्शन चेन उसका स्कोरबोर्ड!”
💡 क्या आप ट्रेडिंग करते समय सिर्फ प्राइस मूवमेंट देखते हैं?
📊 अगर हां, तो शायद आप आधी तस्वीर ही देख रहे हैं!

✅ बड़े ट्रेडर्स (Smart Money) ऑप्शन चेन के जरिए अपनी पोजीशन छुपाकर रखते हैं।
✅ लेकिन एक स्मार्ट रिटेल ट्रेडर सही एनालिसिस करके इन बड़े ट्रेडर्स के इरादों को पकड़ सकता है!

💡 आज हम ऑप्शन चेन को डीटेल में समझेंगे और सीखेंगे कि इसे कैसे सही तरीके से पढ़ें और इस्तेमाल करें!
📢 आखिर में SEBI डिस्क्लेमर भी दिया जाएगा, ताकि आप सही जानकारी के साथ जिम्मेदारी से ट्रेडिंग करें!


📖 स्टोरी – एक छोटे ट्रेडर की बड़ी गलती!

अजय एक नया ऑप्शन ट्रेडर था। उसने एक दिन देखा कि निफ्टी बहुत तेजी से ऊपर जा रहा है और उसने तुरंत CALL OPTION खरीद लिया!

📌 लेकिन अचानक स्टॉक में कोई बड़ी गिरावट नहीं आई, फिर भी उसके ऑप्शन का प्रीमियम गिरता चला गया!
📌 कुछ ही घंटों में उसे भारी नुकसान हुआ!
📌 वो सोचता रह गया – गलती कहां हुई?

💡 असल में, अजय ने ऑप्शन चेन एनालिसिस नहीं किया था!

  • बड़े ट्रेडर्स ने CALL OPTION में भारी OI (Open Interest) बढ़ा रखा था, लेकिन वो असल में SELL कर रहे थे!

  • मतलब CALL OPTION में बढ़ता OI बुलिश नहीं, बल्कि बियरिश संकेत था!

  • अगर अजय ने ऑप्शन चेन सही से पढ़ा होता, तो वो इस जाल में नहीं फंसता!

➡️ अब आप इस गलती से बच सकते हैं, अगर ऑप्शन चेन को सही से समझें!


🔍 ऑप्शन चेन एनालिसिस क्या होता है?

📢 ऑप्शन चेन एक टेबल या डेटा शीट होती है, जिसमें CALL और PUT ऑप्शन की पूरी जानकारी दी जाती है!
👉 यह हमें बताती है कि ट्रेडर्स किन स्ट्राइक प्राइसेस पर ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं और बड़े ट्रेडर्स क्या प्लान बना रहे हैं!

📊 ऑप्शन चेन के मुख्य घटक:
1️⃣ Strike Price: कौन-कौन सी कीमतों पर ट्रेडिंग हो रही है?
2️⃣ Open Interest (OI): कहां ज्यादा पोजीशन ली जा रही है?
3️⃣ IV (Implied Volatility): मार्केट कितना अस्थिर हो सकता है?
4️⃣ PCR (Put Call Ratio): मार्केट ट्रेंड बुलिश है या बियरिश?
5️⃣ LTP (Last Traded Price): अभी ऑप्शन कितने का ट्रेड हो रहा है?

➡️ इन सभी को समझकर हम सही ट्रेडिंग डिसीजन ले सकते हैं!


📈 ऑप्शन चेन एनालिसिस कैसे करें?

💡 सही ट्रेडिंग के लिए हमें कुछ प्रमुख चीजों को ध्यान में रखना जरूरी है:

1️⃣ OI और प्राइस मूवमेंट का संबंध

🔹 OI बढ़ रहा है + प्राइस बढ़ रहा है = बुलिश
🔹 OI बढ़ रहा है + प्राइस गिर रहा है = बियरिश
🔹 OI घट रहा है + प्राइस बढ़ रहा है = शॉर्ट कवरिंग
🔹 OI घट रहा है + प्राइस गिर रहा है = लॉन्ग अनवाइंडिंग

➡️ अगर आपको OI और प्राइस मूवमेंट का सही कॉम्बिनेशन मिल जाए, तो ट्रेडिंग में सफलता की संभावना बढ़ जाती है!

2️⃣ कॉल और पुट में कहां सबसे ज्यादा OI जमा हो रहा है?

🔹 CALL में हाई OI: इसका मतलब यहां बड़ी रेजिस्टेंस बन रही है!
🔹 PUT में हाई OI: इसका मतलब यहां बड़ी सपोर्ट बन रही है!

➡️ अगर किसी स्ट्राइक पर CALL OI ज्यादा है, तो वहां ब्रेकआउट मुश्किल हो सकता है!
➡️ अगर किसी स्ट्राइक पर PUT OI ज्यादा है, तो वहां मार्केट को सपोर्ट मिल सकता है!


📊 🔥 एक लाइव उदाहरण से समझें – ऑप्शन चेन का सही उपयोग!

मान लीजिए निफ्टी 19,800 पर ट्रेड कर रहा है!
📌 ऑप्शन चेन में देखते हैं कि 19,900 CALL पर भारी OI बना हुआ है!
📌 इसका मतलब यह हो सकता है कि 19,900 एक बड़ा रेजिस्टेंस होगा!
📌 वहीं, 19,700 PUT पर ज्यादा OI जमा हो रहा है!
📌 इसका मतलब यह हो सकता है कि 19,700 एक बड़ा सपोर्ट बन सकता है!

➡️ अब ट्रेडिंग के लिए क्या करें?
✅ अगर निफ्टी 19,900 को ब्रेक नहीं कर पा रहा, तो यहां से शॉर्ट ट्रेड ले सकते हैं!
✅ अगर निफ्टी 19,700 से बाउंस कर रहा, तो यहां से लॉन्ग ट्रेड कर सकते हैं!


🚀 ऑप्शन चेन एनालिसिस के 3 KEY TAKEAWAYS!

✅ बड़े ट्रेडर्स की चाल समझें: सिर्फ प्राइस नहीं, OI और PCR का विश्लेषण करें!
✅ BREAKOUT और REVERSAL को पहले से पकड़ें: कहां सपोर्ट और रेजिस्टेंस बन रहा है, इस पर ध्यान दें!
✅ गलत ऑप्शन ट्रेडिंग से बचें: HIGH IV और HIGH OI वाले जाल में न फंसें!


🔍 अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

1️⃣ ऑप्शन चेन डेटा कहां देखें?
📌 आप NSE की वेबसाइट, Sensibull, Opstra, या अन्य ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर देख सकते हैं!

2️⃣ ऑप्शन चेन कितनी बार अपडेट होती है?
📌 NSE की वेबसाइट पर यह हर 3 मिनट में अपडेट होती है!

3️⃣ ऑप्शन चेन सिर्फ इंट्राडे ट्रेडर्स के लिए जरूरी है?
📌 नहीं! यह स्विंग और पोसिशनल ट्रेडर्स के लिए भी उतनी ही महत्वपूर्ण है!

4️⃣ क्या ऑप्शन चेन 100% सही संकेत देता है?
📌 नहीं! यह सिर्फ एक इंडिकेटर है, लेकिन जब इसे PRICE ACTION के साथ जोड़ा जाता है, तब यह बहुत प्रभावी होता है!


🚨 SEBI डिस्क्लेमर

📢 शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। ऑप्शन ट्रेडिंग बहुत अस्थिर होती है और इसमें भारी नुकसान हो सकता है। कोई भी ट्रेड लेने से पहले खुद रिसर्च करें या किसी वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें। यह लेख केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए लिखा गया है!

 

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